Sunday, June 15, 2025

----- || राग-रंग 36 | -----,

 II राग दरबारी II

जगमग दीप जले मंदिर में, कासै कंचन कलस कंगुरे l चौंक पुरावत सजै गोपुरे ll रतिकर सुन्दर साँझ सैंदुरी lप्रबसत चरन ढले मंदिर में ll करत नाद मुख संखअपूरे l खनकत खंखन झांझ नूपुरे ll पनब पखावज ढोल मजीरे l बाजत संग मिले मंदिर में ll पहिर पीत पट पुरट पटोरे l भर भूषन बर दुहु कर जोरे ll पुरपुर पथपथ गलीगली ते l प्रमुदित भगत चलेमंदिर में ll गंध पुष्प जल मंगल मौली I अछत कर्पूर चंदन रौली II जोए मंजुल आरती बंदन l करत थाल कर ले मंदिर में ll

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