नियति गति अस मानस करि बाधा | ब्यापत जगत रोग असाधा ||
रोगित जन जन मरै अकाला | औषध हीने औषध साला ||
मात पिता सों भ्रात भगिनी | बिछुरत मरत जीवन संगिनी ||
भयऊ बिषानु सरिस ब्याला | गहे अजहूँ रूप बिकराला ||
देस नगर कि बस्ती कि गांवा | गली गली पैसारत पाँवा ||
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ऐसो मरघट आँख न देखे,
भाग भरे