Tuesday, May 21, 2019

----- || राग-रंग 24 || -----,

----- || राग - हिंडोल || -----
पेड़ पेड़ परि चलै फुदकती |
डार डार धरे चरन गौरैया|| 
देअ सुरुज सिरु घाउँ तपावै आवत छत छाजन गौरैया | 
पिबत पयस पुनि दरस कसौरे खावै चुग चुग कन गौरैया ||
बैस बहुरि पवन हिंडौरे पँख पसारे गगन गौरैया |
चरत बीथि बिलखत अमराईं पूछत मालीगन गौरया ||
मधुर मधुर पुनि अमिया खावै गावत मधुर भजन गौरैया |
डगर डगर सब गाँव नगर रे बिहरै सब उपबन गौरैया ||
भरी भोर ते घोर दुपहरी रहै प्रमुदित मन गौरैया| 
साँझ सेंदुरि ढरकत जावै फिरै नसत बिनु छन गौरैया || 

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